Tuesday, May 22, 2012

तरबूज़



तरबूज़ एक गर्मी के मौसम का फल है। तरबूज़ का रंग हरा होता है। लेकिन तरबूज़ अंदर से लाल रंग का होता है। तरबूज़ पानी से भरपूर एवं मीठा फल है। तरबूज़ गर्मियों के मौसम का आकर्षक और आवश्यक फल है, क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। तरबूज़ की खेती सम्पूर्ण भारत में की जाती है, लेकिन उत्तरी भारत में इसको अधिक महत्त्व दिया जाता है। तरबूज़ शरीर को ठंडक पहुँचाने के साथ-साथ ऊर्जा भी देता है। तरबूज़ में प्रचुर मात्रा में विटामिन ए, बी, सी और आयरन के अलावा मैग्नीशियम औरपोटैशियम भी पाया जाता है। यह ख़ून साफ करने के साथ पथरी, हृदय रोग और कैंसर जैसी बीमारियों के खतरे से बचाता है। इसमें पानी की मात्रा 92 प्रतिशत जबकि कैलोरी की मात्रा शून्य होती है।



तरबूज़ के फ़ायदे

जैसा कि कहा जाता है कि 'आम के आम और गुठलियों के भी दाम' उसी प्रकार तरबूज़ का सेवन तो हमारे स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए फ़ायदेमंद होता है परंतु साथ ही इसके बीज भी बहुत गुणकारी होते हैं।
  • तरबूज़ आकर्षक और स्वास्थ्यवर्धक फल है। तरबूज़ खाना इसलिए आवश्यक है क्योंकि यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। हमें वही फल ज़्यादा खाने चाहिए जो शरीर में पानी की आपूर्ति भी करते रहें।
  • तरबूज़ रक्तचाप को संतुलित रखता है और कई बीमारियाँ दूर करता है। इसके और भी फायदे हैं जैसे: खाना खाने के उपरांत तरबूज़ का रस पीने से भोजन शीघ्र पच जाता है। इससे नींद भी अच्छी आती है।
  • इसके रस से लू लगने का भय भी नहीं रहता। मोटापा कम करने वालों के लिए यह उत्तम आहार है।
  • पोलियो रोगियों को तरबूज़ का सेवन करना बहुत लाभकारी रहता है, क्योंकि यह ख़ून को बढ़ाता है और उसे साफ भी करता है।
  • त्वचा रोगों के लिए भी यह फ़ायदेमंद है, तपती धूप में जब सिरदर्द होने लगे तो तरबूज़ के रस को आधा गिलास पानी में मिलाकर पीना चाहिए।
  • पेशाब में जलन हो तो ओस या बर्फ़ में रखे हुए तरबूज़ का रस निकालकर सुबह शक्कर मिलाकर पीने से लाभ होता है।

तरबूज़
  • तरबूज़ के बीजों को छीलकर अंदर की गिरी खाने से शरीर में ताकत आती है। मस्तिष्क की कमज़ोर नसों को बल मिलता है, टखनों के पास की सूजन भी ठीक हो जाती है।
  • तरबूज़ के बीजों की गिरी में मिश्री, सौंफ, बारीक पीसकर मिलाकर खाने से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास अच्छा होता है।
  • बीजों को चबा-चबाकर चूसने से दाँतों के पायरिया रोग में लाभ होता है। यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है।
  • प्रतिदिन तरबूज़ का रस पीने से शरीर को शीतलता मिलती है। तरबूज़ खाने से प्यास लगना कम होता है।
  • तरबूज़ के रस का सेवन करने से लू लगने का ख़तरा कम हो रहता है। तरबूज़ में वसा नहीं पाया जाता इसलिए इससे वजन नहीं बढ़ता।
  • सिरदर्द होने पर आधा गिलास तरबूज़ के रस में मिश्री मिलाकर पीने से आराम मिलेगा। तरबूज़ दिल की बीमारियों को होने से रोकता है।
  • तरबूज़ की फांक पर काला नमक व काली मिर्च डालकर खाने से खट्टी डकारें आना बंद हो जाती हैं।
  • ख़ून की कमी होने पर तरबूज़ खाना फ़ायदेमंद होता है। तरबूज़ पीलिया जैसी बीमारी में खाना काफ़ी फ़ायदेमंद होता है, तथा सूखी खांसी में तरबूज़ खाने से खांसी आनी बंद हो जाती है।
  • तरबूज़ में लाइकोपिन पाया जाता है। लाइकोपिन हमारी त्वचा को जवान बनाए रखता है। ये हमारे शरीर में कैंसर को होने से भी रोकता है।
  • विटामिन सी हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मज़बूत बनाता है, और विटामिन ए हमारे आँखों के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है।
  • तरबूज़ मोटापे को कम करने में भी बहुत सहायक होता है।
  • जो लोग काम के तनाव में अधिक रहते हैं उनके लिए तरबूज़ बहुत फ़ायदेमंद होता है। तरबूज़ खाने से दिमाग शांत और खुश रहता है। जिन लोगों को गुस्सा अधिक आता है तरबूज़ खाने से उनको अपना गुस्सा शांत करने में बहुत मदद मिलती है।

तरबूज़ से होने वाले नुक़सान

  • तरबूज़ खाकर तुरंत पानी या दूध-दही या बाज़ार के पेय नहीं पीने चाहिए।
  • तरबूज़ खाने के 2 घंटे पूर्व तथा 3 घंटे बाद तक चावल का सेवन न करें।
  • गर्म या कटा बासी तरबूज़ सेवन न करें। इससे कई बीमारियाँ फैलने की आशंका रहती है।
  • दमा के मरीज़ों को तरबूज़ का रस नहीं पीना चाहिए।

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